Blockchain Technology In Hindi – ब्लॉकचेन क्या है और कैसे काम करता है? (2024)

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क्या आप Blockchain Technology in hindi के बारे में जानना चाहते हैं और सीखना चाहते हैं की ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी क्या है और यह कैसे काम करती है? तो आप बिल्कुल सही जगह आये हैं।

आज में आपको ब्लॉकचैन के बारे में सारी जानकारी बताने वाला हूँ। आज मैं आपको बताने वाला हूँ की ब्लॉकचैन क्या है, ब्लॉकचैन कैसे काम करती है, ब्लॉकचैन के प्रकार, ब्लॉकचैन का भविष्य, इत्यादि।

ब्लॉकचैन तकनीक एक ऐसी तकनीक है जिसका इस्तेमाल भविष्य में बहुत जगहों पे किया जाने वाला है। अभी के समय भी इस तकनीक का इस्तेमाल कई जगहों पे किया जा रहा है।

ऐसे बहुत सारे लोगों को लगता है की इस ब्लॉकचैन तकनीक का इस्तेमाल केवल cryptocurrency की लेन-देन में किया जा रहा है, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है क्यूंकि इस तकनीक का इस्तेमाल फाइनेंस सेक्टर के साथ-साथ मेडिकल सेक्टर, एजुकेशन सेक्टर, बैंकिंग सेक्टर, आदि जगहों पे किया जा रहा है।

ब्लॉकचैन तकनीक पे किसी भी सरकार का नियंत्रण नहीं रहती है यानी की यह सरकार के अंदर नहीं आती है जिस वजह से इस तकनीक पे कई बार सवाल भी उठते हैं।

अगर आपको भी इस तकनीक के ऊपर बहुत सारे सवालों के जवाब जानने हैं तो आप इस आर्टिकल को शुरू से लेकर अंत तक जरूर पढ़ें ताकि आप ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के बारे में सारी जानकरी अच्छे से समझ सकें।

blockchain technology in hindi

ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी क्या है? (What is blockchain technology in hindi)

ब्लाकचैन टेक्नोलॉजी एक तरह का डाटाबेस है। डेटाबेस में सभी तरह की इंफॉर्मेशन और डाटा एक टेबल फॉर्मेट में स्टोर रहता है।

डेटाबेस एक तरह की फाइल होती है जिसमें कई सारे डाटा को एक समूह में स्टोर किया जाता है और इसमें मौजूद सभी प्रकार के डाटा को व्यवस्थित तरीकों से रखा जाता है ताकि इसमें मौजूद सभी डाटा को आसानी से मैनेज और एक्सेस किया जा सकें।

इस तकनीक को सबसे पहले 1991 में Stuart Haber और W. Scott के द्वारा खोजा गया था लेकिन इस तकनीक का इस्तेमाल सबसे पहले साल 2009 में bitcoin के लॉन्च होने के बाद की गयी थी।

ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी को ब्लॉकचैन इसलिए कहा जाता है क्यूंकि यह सभी इनफार्मेशन और डाटा एक ग्रुप में स्टोर करता है और इस ग्रुप को ही ब्लॉक कहा जाता है।

सभी ब्लॉक में लिमिटेड डाटा को ही स्टोर किया जाता है, और जब एक ब्लॉक मैं पूरी तरह से डाटा भर जाती है तो वह ब्लॉक आगे वाले ब्लॉक से जुड़ती है और यह प्रोसेस चलती रहती है, जिससे एक साथ बहुत सारे ब्लॉक मिलकर एक चैन बना लेते हैं और इसे ही ब्लॉकचेन कहते हैं।

Blockchain कैसे काम करता है?

ब्लॉकचेन कैसे काम करता है उसे समझने के लिए पहले आपको यह समझना होगा कि ब्लॉकचेन वर्ड का मतलब क्या है?

ब्लॉकचेन का मतलब एक ब्लॉक से दूसरे ब्लॉक, दूसरे से तीसरे ब्लॉक, और तीसरे से चौथे ब्लॉक और आगे इसी प्रकार कई सारे ब्लॉक एक साथ जुड़कर एक चेन बना देता है और इसे ही ब्लॉकचेन कहा जाता है।

यह ब्लॉक एक दूसरे ब्लैक के साथ जोकर कई डाटा के साथ संबंध रखता है ब्लॉकचैन द्वारा एक बहुत बड़ी चैन बनती है जो क्रिप्टोग्राफी के द्वारा बनाई जाती है जो पूरी तरह से सुरक्षित है।

ब्लॉकचैन से जुड़ी हर एक ब्लॉक को खास तरह से बनाई गई होती है इसमें मेटा डाटा और उसके ट्रांजैक्शन की सारी डिटेल्स शामिल होती है।

इसके मेटा डाटा को ब्लॉक में संग्रह किया जाता है, जो हर दूसरे ब्लॉक में लगा होता है और यह ब्लॉक के साथ चेन बनाने के लिए इंडिकेट करता है और एक चैन बनाता है और इसी प्रकार से ब्लॉकचेन काम करता है।

Blockchain का इतिहास क्या है?

सन 2008 में सतोशी नाकामोटो नाम के एक व्यक्ति ने सबसे पहले ब्लॉकचेन को खोजा था।

नाकामोटो ने हैशकैश जैसी विधि का उपयोग करके ब्लॉक को एक विश्वसनीय पार्टी द्वारा हस्ताक्षरित किए बिना timestamp करने के लिए एक महत्वपूर्ण तरीके से डिजाइन में सुधार किया। और उस दर को स्थिर करने के लिए एक मुश्किल पैरामीटर को पेश किया जिसके साथ श्रृंखला में ब्लॉक जोड़े जाते हैं।

Blockchain के प्रकार :-

ब्लॉकचैन चार प्रकार के होते हैं –

1. Public Blockchain

पब्लिक ब्लॉकचेन कंप्यूटर का ओपन नेटवर्क है, जो व्यक्ति लेन-देन का अनुरोध या सत्यापन करना चाहते है उन सभी वयक्ति के लिए बिलकुल आसान है।

पब्लिक ब्लॉकचैन के दो पॉपुलर उदाहरणो में बिटकॉइन और ऐथेरियम शामिल है।

2. Private Blockchain

प्राइवेट ब्लॉकचैन ओपन नेटवर्क नहीं है और इसके पास एक्सेस लिमिटेशन ही है। इसमें शामिल होने वाले लोग आमतौर पे एक इकाई द्वारा शामिल होते हैं यानी की वे केंद्रीकृत है।

उदाहरण – Hyper Lager एक निजी लायसेंट प्राप्त ब्लॉकचैन है।

3. Hybrid Blockchain

हाइब्रिड ब्लॉच्चैन सार्वजानिक और निजी ब्लॉकचैन का मिश्रण है। इसके अंदर केंद्रीकृत और विकेंद्रीकृत जैसी कई सारे विशेषताएं शामिल होते हैं।

4. Sidechain

सिदेचैन मुख्य श्रृंखला के समांतर चलती है, इसकी मदद से दो अलग अलग ब्लॉकचैन के बीच डिजिटल संपत्ति को स्थानातरित करने की अनुमति मिलती है।

Blockchain और Bitcoin में क्या अंतर है?

बिटकॉइन एक वर्चुअल यानी डिजिटल मुद्रा है जिसका कोई भौतिक रूप नहीं है। यह एक ऐसी कॉइन है जिसे ना तो आप देख सकते हैं और ना ही छू सकते हैं क्योंकि यह कॉइन केवल डिजिटल रूप में स्टोर होती है।

ब्लॉकचेन एक ऐसी तकनीक है जिसकी मदद से किसी भी प्रकार के डाटा को डिजिटल रूप में सुरक्षित रखा जाता है। यह तकनीक एक डेटाबेस के रूप में सभी तरह के इंफॉर्मेशन और डाटा को व्यवस्थित तरीके से सुरक्षित रखता है।

Blockchain का भविष्य क्या है?

ब्लॉकचेन पे आधारित वर्चुअल करेंसी का इस्तेमाल आने वाले समय में बहुत ज्यादा होने वाला है क्योंकि इसके बारे में बहुत सारे एक्सपर्ट का मानना है कि यह आगे चलकर फिजिकल करेंसी के रूप में इस्तेमाल होने वाला है और इसकी वैल्यू 4-5 साल में बहुत ज्यादा बढ़ने बाली है।

ब्लॉकचेन का भविष्य आने वाले समय में बहुत बेहतर होने बाला है क्योंकि अभी के समय ब्लॉकचेन तकनीक का इस्तेमाल बहुत कम जगहों पर किया जा रहा है लेकिन आने वाले कुछ समय में इस तकनीक का इस्तेमाल बहुत जगहों पर किया जाएगा।

Blockchain के फायदे :-

Blockchain के फायदे कुछ इस प्रकार हैं –

  • ब्लाकचैन ऑनलाइन आइडेंटिटी और रेपुटेशन को डिसेंट्रलाइज्ड बनाता है।
  • ब्लॉकचेन मैनीपुलेशन की समस्या का हल निकालता है।
  • इसकी मदद से smart devices को एक दूसरे के साथ communicate करने में सहायता मिलती है।
  • ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी की मदद से फ्रीडम जूरिस्डिक्शन रेगुलेशन जैसे संबंधित चीज़ों को सही और सुचारू तरीकों से ठीक किया जाता है।
  • ब्लॉकचैन हमें मिडिलमैन से बचाता है ताकि आप आसानी से और फ्री ढंग से एसेट का एक्सचेंज कर सकें।

Blockchain के नुकसान :-

Blockchain के नुकसान निम्नलिखित प्रकार हैं –

  • इसमें अचानक से बहुत ज्यादा उतार चढ़ाव होता है जिस वजह से आपको पैसे के नुकसान उठाने पर सकते हैं।
  • इस तकनीक को किसी सरकार के द्वारा नियंत्रित नहीं किया जाता है यानी कि अगर आप वर्चुअल करेंसी खरीदते हैं तो यह सरकार के अंदर नहीं आती है।
  • इस तकनीक पर आधारित वर्चुअल करेंसी का इस्तेमाल गलत काम में भी किया जाता है जैसे – ड्रग्स सप्लाई और हथियारों की अवैध खरीदारी।
  • अगर आप गलती से वर्चुअल करेंसी खरीदते हैं या फिर आपसे गलती से ट्रांजैक्शन हो जाती है तो फिर आप इसे वापस नहीं ले सकते हैं।

आज आपने क्या सीखा –

आज के इस पोस्ट में आपने ब्लॉकचैन के बारे में बहुत कुछ सीखा होगा जैसे- Blockchain technology kya hai, blockchain technology in hindi, ब्लॉकचैन कैसे काम करती है, ब्लॉकचैन के प्रकार, ब्लॉकचैन का भविष्य, ब्लॉकचैन के फायदे, इत्यादि।

मुझे उम्मीद हैं की आपको ब्लॉकचैन के बारे में सारी जानकारी अच्छे से समझ आ गए होंगे और आपको ब्लॉकचैन से संबंधित सारे प्रश्नो के जवाब भी मिल गए होंगे।

अगर आपके मन में ब्लॉकचैन से सम्बंधित कोई भी सवाल हैं तो आप नीचे Comments Section में पूछ सकते हैं।

अगर आपको हमारा यह पोस्ट अच्छा लगा हो और हर बार की तरह कुछ नया सिखने को मिला हो तो आप इस पोस्ट को अपने सोशल मीडिया अकाउंट और अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।

FAQs : Blockchain Technology In Hindi

Q: क्या ब्लॉकचैन तकनीक सुरक्षित है?

Ans: हाँ बिलकुल, यह एक सुरक्षित और डीसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी है जिसे हैक कर पाना लगभग नामुमकिन है।

Q: क्या हमें ब्लॉकचैन पे आधारित क्रिप्टोकररेंसी में इन्वेस्ट करनी चाहिए?

Ans: हाँ आप क्रिप्टोकररेंसी में इन्वेस्ट कर सकते हैं और इसके अलावा भी कई सारे ऐसे वर्चुअल कॉइन है, जिसमें आप इन्वेस्ट कर सकते हैं।

Q: ब्लॉकचैन किसने बनाया है?

Ans: सतोशी नाकामोटो नाम के एक व्यक्ति ने सबसे पहले ब्लॉकचेन को बनाया था।

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4 thoughts on “Blockchain Technology In Hindi – ब्लॉकचेन क्या है और कैसे काम करता है? (2024)”

  1. यह बहुत ही बेहतरीन जानकारी है तो और इससे पहले मैं जानकारी काफी लिया लेकिन आज कीजिए जानकारी है खास करके इस ब्लॉग के जरिए जो बहुत ही बेहतरीन लगी इसका इस्तेमाल हम बहुत ज्यादा रूप में करना चाह रहे थे तो हमारा जो काफी कुछ अधूरा ज्ञान था वह आज मुझे लग रहा है कि कहीं न कहीं उस में इजाफा हुआ है और इस तरीके की जानकारी के लिए आशा करूंगा कि आपसे कि आप जरूर हमें देंगे बहुत-बहुत धन्यवाद इसके लिए आपका

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  2. मेने भी मेरी वेबसाइट पर “ब्लॉकचैन तकनीक क्या है” एक 2500 तक शब्दों का पोस्ट लिखा , वो कैसे लिखा है आप बता सकतें है?

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